जो दिखाई देता और सुनाई देता… (2)
(1)
सुंदर हो इसमें कोई शक नहीं
बुद्धिमान हो सब मानते यही
कामयाबी का झण्डा जब गाड़ते हो
कोई विश्वास करना चाहता क्यों नहीं ?
(2)
तेरे आंखो में समुंदर नहीं
गहराई जरूर है
तेरे दिल में जलन नहीं
प्यार ही प्यार है ।
(3)
सुनता ज्यादा, कहता कम
लोग इसका भी करें बदनाम
वे कहते ज्यादा, सुनते कम
मुझे कहने का जरूरत है कम।
(4)
दिल फेंकता है वो
किसी पे कोई असर होता नहीं
उसका दिल छुपाके जबसे रखा है वो
दिल खो ही जाता है क्यों ?
(5)
ताज्जुब है, अति ताज्जुब है
लोग शरमाना और मुसकुराना भूल ही गए हैं
कभी कभार कोई शरमा के मुसकुरा देता है तो
क्यों लोग समझ ही नहीं पाते हैं ?
…रतिकान्त सिंह