DHANYAWAD – 2018 (KAVITA)

एक साल पूरा हुआ
परिश्रम मेरा रंग लाया
समय भी साथ दिया मुझे
मैं बहुत कुछ कर पाया
तेरा ही अवदान है साल 2018
आज तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ तुझे
सचमुच बहुत मजा आया है मुझे ।

खुद का उन्नति मैंने किया
जो लक्ष्य तय करना था किया
परिवार को मदद करने के लिए
जोश के साथ हर काम में भाग लिया
सच – 2018 में काफी लोगों को खुश किया
खुशी-खुशी लोगों ने मेरे साथ selfie लिया
उनके चेहरे की खुशी मुझे भा गई
तेरा ही अवदान है साल 2018
आज तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ तुझे
सचमुच बहुत मजा आया है मुझे ।

मेरा आचार व्यवहार बेहतर हुआ है
दावे के साथ यह कह सकता हूँ
क्यों कि –  काफी लोगों ने मुझे सराहा है
यह सर्टिफिकेट बहुत बड़ा है
मैं नम्र, भद्र हो गया हूँ
इस पर मुझे गर्व है
तेरा ही अवदान है साल 2018
आज तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ तुझे
सचमुच बहुत मजा आया है मुझे ।

मैंने दलपति के रूप में दल को चलाया है
सबको साथ लेके आगे बढ़ा है
हौसला और हिम्मत भी बांटा है
जरूरत होने पर सुझाव औद मदद भी लिया है
कामयाबी को देख कर दिल गदगद हो गया है
तेरा ही अवदान है साल 2018
आज तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ तुझे
सचमुच बहुत मजा आया है मुझे ।

शुरू से ही रवैया मेरा सकारात्मक रहा है
दिन बितते गए – दिल में उत्साह बढ़ता गया
हर दिन को सही ढंग से जिया है हमने
दुख भी आए तो मुस्कुराया है हमने
दुख और सुख की कहानी है ज़िंदगी
जी लेना है हँस हँस के बनाना है मस्त ये ज़िंदगी
इम्तिहाँ देने को हर रोज है तैयार हम
Achiever बनने के लिए ज़िंदगी जिएंगे  हम
तेरा ही अवदान है साल 2018
आज तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ तुझे
सचमुच बहुत मजा आया है मुझे ।

………रतिकान्त सिंह